गरीब की जादुई राई | Hindi Kahani | Moral Stories | Stories in Hindi | Hindi Kahaniya | Hindi Story.
एक गांव में एक बहुत ही गरीब आदमी रहता था। उसके पास कुछ नहीं था, सिर्फ एक छत और कुछ सामान था। वह हर दिन अपने दिनचर्या के अनुसार जीता था।
एक दिन उसने अपने खेत में जाकर जगह ढूंढने की कोशिश की ताकि वह वहां से थोड़ा ज़्यादा खेती कर सके। उसने एक जगह ढूंढी जहां पहले कभी खेती नहीं की गई थी। वहां पहुंचकर उसने एक बड़ी खुशबू आने की खुशी महसूस की। उसने पता लगाया कि वह जगह राई से भरी हुई है।
वह खुश हो गया क्योंकि वह जानता था कि राई बिक्री में बहुत मूल्यवान होती है। उसने राई के साथ एक बड़ा सामान लेकर वापस घर आ गया।
वह राई को बिक्री के लिए नजदीकी बाजार में ले गया और उसे अधिक मूल्य में बेच दिया। वह अपनी खुशी से लाल था क्योंकि उसने बहुत सारे पैसे कमाए थे।
उसने अपने बचत के पैसों से एक छोटी सी दुकान खरीदी और अपना व्यवसाय शुरू कर दिया। उसने अपनी दुकान में राई और
उसने अपनी दुकान में राई और अन्य खाद्य सामग्री बेचना शुरू कर दी और उसका व्यवसाय धीरे-धीरे बढ़ने लगा। वह लोगों के बीच अपनी अच्छी सेवा और उत्कृष्ट उत्पादों के लिए जाना जाता था।
धीरे-धीरे वह अपने व्यवसाय में और बढ़ता गया और उसने अपनी दुकान को एक बड़ी सुविधाजनक स्थान पर खोल दिया। वह अब धनवान हो गया था और उसकी खुशी की कोई सीमा नहीं थी।
उसके गरीब पड़ोसी ने उसके लिए एक दिन पूछा कि तुमने ऐसा कैसे कर दिखाया? उसने कहा, "मैंने केवल जो अपने पास था, उसे उपयोग कर दिखाया। मैंने राई का सही उपयोग किया, इसे बेच कर मुझे अधिक धन मिला।"
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें जो कुछ भी उपलब्ध हो, हमें उसे सही ढंग से उपयोग करना चाहिए। अगर हम सही ढंग से उपयोग नहीं करते हैं, तो हम हमेशा गरीब ही रहेंगे। यह भी बताता है कि किसी भी मुश्किल में हमें उस समय के अनुसार जीवन को जीना
एक बार एक बुद्धिमान राजा ने अपने दरबार में एक विवाद को हल करने के लिए एक दोषी व्यक्ति को फांसी के लिए सजा सुनाई। वह दोषी व्यक्ति राजा के पास गया और उसने उसे कुछ जादुई शब्दों के बारे में बताया जिनका इस्तेमाल करने से वह बच सकता है। राजा ने उसे एक मौका दिया और उसे समय से पहले उन शब्दों का इस्तेमाल करने की अनुमति दी।
उस रात उसने अपनी पत्नी से समझाया और उन्हें उन शब्दों का उपयोग करने के लिए बताया। उसने वादा किया कि वह शब्दों का उपयोग नहीं करेगा। लेकिन अगली सुबह, वह भूल गया था और उसने शब्दों का उपयोग नहीं किया।
दोपहर के समय, उसे फांसी की सजा सुनाई गई। उसने राजा के पास जाने से पहले अपनी पत्नी से माफी मांगी और उसे शब्दों के बारे में बताया जिनका उपयोग करना था। लेकिन अब वह बच नहीं सकता था।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि वादा किया तो उसे पूरा किया जाना चाहिए। विश्वासघात
एक बार एक निष्ठावान व्यक्ति एक पहाड़ी मंदिर में पूजा कर रहा था। उसे एक बुजुर्ग व्यक्ति ने देखा जो मंदिर के आसपास घूम रहा था। बुजुर्ग व्यक्ति ने उसे पूछा, "तुम क्या कर रहे हो?" निष्ठावान व्यक्ति ने उत्तर दिया, "मैं पूजा कर रहा हूँ।" बुजुर्ग व्यक्ति ने उसे पूछा, "तुम यहाँ पूजा करने के लिए क्यों आए हो?" निष्ठावान व्यक्ति ने उत्तर दिया, "मैं भगवान से अपने संबंध में बात करना चाहता हूं।"
बुजुर्ग व्यक्ति ने उसे पूछा, "तुम भगवान से क्या कहना चाहते हो?" निष्ठावान व्यक्ति ने उत्तर दिया, "मैं उनसे अपने संबंध में उनकी मदद करने के लिए प्रार्थना करना चाहता हूं।" बुजुर्ग व्यक्ति ने उसे बताया कि भगवान उसके अधीन होते हैं और वह अपने संबंध में उनकी मदद कर सकता है। बुजुर्ग व्यक्ति ने उसे बताया कि उसके संबंध में भगवान से प्रार्थना करने से पहले वह उनकी मदद कैसे कर सकता है।
कहानी का नैतिक
यह है कि यह कहानी आपको कैसी लगी और यह कहानी से आप क्या सिखाते हैं और अपनी जिंदगी में क्या लागू करते हैं अपने दोस्तों के साथ आप कैसा रहते और उसमें एक जरूरी बात यह दोस्तों से फैमिली से और सभी से शेयर के लिये
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