अज मे आप को एक जादुई खाना | JADUI KHANA | HINDI KAHANIYA | HINDI STORIES गांव मन के कहानी सुनाने जरहा हूं जी भूत हे परसन रहते हैं जो काने के लिए गांव में.
जादुई खाना | JADUI KHANA | HINDI KAHANIYA | HINDI STORIES
एक बार एक बहुत ही बुद्धिमान राजा था। वह हमेशा सभी के लिए एक सुखद और खुशहाल राज्य बनाने का सपना देखता था। वह अपने राज्य में दान करने और गरीबों की मदद करने के लिए भी जाना जाता था।
एक दिन, उसे एक जादुई खाना मिला जो असीमित भोजन प्रदान कर सकता था। यह खाना असीमित नहीं था इसलिए राजा ने इसे सभी लोगों के लिए खुशी से उपलब्ध कराने का निर्णय लिया।
राजा ने सभी लोगों को जादुई खाने का उपयोग करने की अनुमति दी, लेकिन एक शरारती व्यक्ति ने खाने में ज्यादा गुलामी कर ली। वह रोज जादुई खाना खाता और घमंड से अन्य लोगों को उससे कम खाना खिलाता था।
एक दिन, राजा ने सभी लोगों को बुलाया और कहा, "मुझे यह सुनना चाहिए कि जादुई खाने का उपयोग आप सभी ने कैसे किया।"
सभी लोगों ने कहा, "हम सभी ने इसे उचित तरीके से उपयोग किया था। हमें सभी के लिए पर्याप्त खाना देना चाहिए था।"
राजा ने अगले दिन उस शरारती व्यक्ति को बुलाया और पूछा, "तुम ने जादुई खाने का उपयोग कैसे किया था?"
शरारती व्यक्ति ने जबाब दिया, "मैंने तो जादुई खाने का अधिक से अधिक उपयोग किया था। मैं हमेशा सबसे ज्यादा खाता था और अन्य लोगों को कम खाना खिलाता था।"
राजा ने उसे बताया, "तुमने जो किया है वह बहुत बुरा है। जादुई खाना ज्यादा नहीं होता, तुम ने उसे सबके लिए असमान ढंग से उपयोग किया।"
शरारती व्यक्ति ने उसके लिए माफी मांगी और वादा किया कि वह इस तरह से नहीं करेगा।
राजा ने उसे माफ कर दिया और उसे दोबारा सभी लोगों के साथ जादुई खाने का उपयोग करने की अनुमति दी। इस बार सभी लोगों ने जादुई खाने का उचित तरीके से उपयोग किया और सभी के लिए पर्याप्त भोजन प्रदान किया।
इस घटना से सबक लें कि हमेशा दूसरों के साथ सहयोग करें और सभी के लिए समान ढंग से व्यवहार करें। इससे हम एक खुशहाल समाज बना सकते है
एक बार एक राजा था जो अपने राज्य के लिए चिंतित था क्योंकि उसके राज्य में लोग खुश नहीं थे। राजा ने अपने दरबार में सभी लोगों को बुलाया और उनसे पूछा, "मेरे राज्य में सब कुछ कैसे ठीक हो सकता है?"
सभी लोग थोड़े हीरे-मोती देने लगे, लेकिन एक व्यक्ति ने बहुत ही सरलता से बताया, "राजा जी, आपके राज्य में सबसे बड़ी समस्या यह है कि लोग अलग-अलग धर्म वाले हैं। हम एक दूसरे के साथ नहीं मिल सकते हैं और इसलिए हम खुश नहीं हैं।"
राजा ने उस व्यक्ति के विचारों से सहमति जताई और उनसे अनुरोध किया कि वह इस समस्या का समाधान बताएं।
वह व्यक्ति ने बताया, "जब हम लोग अपने धर्म के अलावा दूसरे धर्म को भी समझेंगे, तब हम एक दूसरे से मिल सकते हैं। हम एक दूसरे के धर्म की पूजा कर सकते हैं और उसे समझ सकते हैं। इससे हमारी ज्यादा से ज्यादा भ्रातृभाव बढ़ेगा।"
राजा ने उस व्यक्ति के विचारों से प्रभावित होकर सभी लोग
कहानी की नीति
इस कहानी में यह बोला जा रहा है कि आप कभी भी अपने जीवन में लालच मत करना मेहनत से कम करना सबके साथ काम करना जो कुछ है उसमें खुश रहना बस यह मेरी कहानी चाह रहा हूं आज यह कहानी को आप सभी के साथ शेयर करें आपका परिवार और दोस्त भी.
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