अमेरिका चीन से फंड निकालेगा और भारत में 3.6 अरब डॉलर का निवेश करेगा | प्रशांत धवन द्वारा

अमेरिका चीन से फंड निकालेगा और भारत में 3.6 अरब डॉलर का निवेश करेगा | प्रशांत धवन द्वारा

अमेरिका चीन से फंड निकालेगा और भारत में 3.6 अरब डॉलर का निवेश करेगा | प्रशांत धवन द्वारा

 हेलो एंड आई वेलकम यू ल टू वर्ल्ड अफेयर्स मैं हूं प्रशांत धवन नाम आज के समय दुनिया भर में ना इस टॉपिक को लेकर बहुत सारे आर्टिकल्स पब्लिश हो रहे हैं कि 3.6 बिलियन डॉलर्स अमेरिकन फंड्स के एक ऐसा फंड जो अमेरिकन सोल्जर्स ने बनाया है जी हां अमेरिका की आर्मी ने बनाया है जहां पर पैसा लगा है अमेरिकन गवर्नमेंट सर्वेंट्स का उसके अलावा वेरियस और लोगों का इसका एक बड़ा चंक 3.6 बिलियन डॉलर्स पहली बार ओवरऑल पहली बार इंडिया में निवेश किया जाएगा और यहां पे आप देख पाओगे इंडिया टू सी 3.6 बिलियन डॉलर्स इन फ्लो फ्रॉम यूएस फेडरल पेंशन फंड इंडेक्स स्विच और इसको लेकर ना देखो मेन हाईलाइट यह सामने आ रही है कि पहले जो पैसा लगाया हुआ था यूएसए ने हांगकांग और चाइना की मार्केट्स में यहां से पैसा यूएस का फेडरल पेंशन फंड निकाल रहा है और भारत में निवेश कर रहा है यह एक बहुत ही ज्यादा इंपॉर्टेंट डेवलपमेंट है नाउ पहली बात तो ना आपको समझाता हूं कि आज के समय इतनी सारी कंट्रीज के जो पेंशन फंड्स हैं यह भारत में ही क्यों आ रहे हैं एग्जांपल के लिए मैं आपको लिस्ट दिखाता हूं नाउ यहां पर आप देख पाओगे आपको एक आर्टिकल दिखेगा जो है 2009 का जी हां 2009 का आर्टिकल और इस पे लिखा क्या है कि ग्लोबल पेंशन फंड्स धीरे-धीरे इंडिया में आ रहे हैं बेहतर रिटर्न्स के लिए 20091 से ही हमने देख लिया था कि पश्चिमी कंट्रीज के बहुत सारे जो पेंशन फंड्स हैं इन्होंने इंडियन स्टॉक मार्केट में थोड़ा-थोड़ा पैसा निवेश करना स्टार्ट कर दिया था चाहे बड़ा अमाउंट नहीं बट इनकी एंट्री हो चुकी थी नाउ यह जो पेंशन फ हैं ये अपने आप में क्या है और इन्हें हर कोई कंट्री अट्रैक्ट क्यों करना चाहता है देखिए प्राइमर यूएस यूरोप में पेंशन फंड्स एजिस्ट करते हैं एज ए सिक्योरिटी आप मान लीजिए एक आदमी है व काम कर रहा है सारी उम्र उसने काम किया 25 से लेकर 60 की उम्र तक उसने काम किया वो हर साल ना कुछ अमाउंट अपनी सरकार को देता रहेगा ताकि गवर्नमेंट कई सालों का पैसा इकट्ठा करके उसे 60 साल के बाद एक प्रॉपर पेंशन दे पाए हर महीने उसके पास इतना पैसा आ पाए कि उसको लगातार काम करने की आवश्यकता ना पड़े तो जो यह सोच सोशल सिक्योरिटी का सिस्टम है यह वेस्टर्न कंट्रीज में बहुत स्ट्रांग है और अब आप खुद सोच कर देख लीजिए कि वो आदमी हर साल लगातार अपनी गवर्नमेंट को पैसा दे रहा है उसको यह भी उम्मीद है कि मेरा पैसा ग्रो भी करेगा ऐसा नहीं है कि गवर्नमेंट बस ये पैसा इकट्ठा करती रहेगी नहीं तो यह काम तो वो खुद भी कर लेगा उसको मेन उम्मीद यही है कि गवर्नमेंट उसको यह पैसा ग्रो करके देगी नाउ यह पैसा ग्रो कैसे होगा गवर्नमेंट को कहीं ना कहीं यह पैसा निवेश करना होगा और पश्चिमी देश ज्यादातर यह पैसा निवेश करते थे हिस्टोरिक चाइना में हांगकांग की मार्केट्स में कुछ हद तक साउथ कोरिया में मगर पिछले हमने 10-15 सालों से देखा है कि बहुत सारा पैसा धीरे-धीरे भारत की तरफ आ रहा है नाउ 2009-10 के आसपास ना आहट आ गई थी के बिल्कुल बहुत सारे फंड्स इंडिया में आएंगे बट थोड़ा सा टाइम लग गया एडिशनल आप कह सकते हैं कि 10 साल हमको लग गए और अब जाके हम देख रहे हैं कि जो मेजर पेंशन फंड्स है दुनिया के फॉर एग्जांपल यूएसए का एक भारी भरकम फंड है जिसको ये कहते हैं एफ आर टीबीआई द फेडरल रिटायरमेंट थ्रिफ्ट इन्वेस्टमेंट बोर्ड यह लोग अपना पैसा पहली बार भारत में निवेश करने वाले हैं वैसे जो यह फंड है इनके पास जो टोटल एसेट्स हैं यह 00 बिलियन डॉलर्स के हैं मतलब इतना इनको पैसा निवेश करना है कहीं ना कहीं और इन लोगों ने वेरियस कंट्रीज में कर रखा है इन्वेस्ट इंडिया में पहली बार ये लोग इन्वेस्ट कर रहे हैं 3.6 बिलियन डॉलर्स और यह जो फंड है ना ऐसा नहीं है कि अमेरिका के आम नागरिक के पैसे से बना है यह स्पेशल टाइप का फंड होता है जहां पर यूएसए में जो आर्मी है इनकी वहां प जो लोग काम करते हैं इनकी नेवी एयरफोर्स में जो लोग काम करते हैं उनका जो पैसा है वो यहां पर सेव्ड है जो यूएसए में सरकारी कर्मचारी है उनका पैसा यहां पर सेव्ड है उसके अलावा वेरियस और ऑफिशल जो इनकी स्टेट में है इनका पैसा भी सब का सब इकट्टा होकर इस फंड में है टोटल 600 बिलियन डॉलर्स का एक कॉलसल अमाउंट है और इसकी अब एंट्री बहुत ही जल्द 2024 में आप देखोगे इसकी एंट्री हो जाएगी इंडिया में और इससे होगा क्या ओबवियसली इंडियन स्टॉक मार्केट और भाग ने वाली है नाउ अगेन मैं कोई स्पेक्युलेटिंग टर्म में आप अगर देखो तो लगातार ऊपर ही जाती रहेगी बीच में कुछ हो जाता है नहीं हो जाता उसका मुझे पता नहीं बट ओवरऑल जो लॉन्ग टर्म स्टोरी है ना वो आप कह लीजिए इंडियन स्टॉक मार्केट की बहुत स्ट्रांग हो जाती है इस न्यूज़ से क्योंकि ये देखो एक शुरुआत है ये जो फंड है इसने यहां पे पैसे डाले ना तो यूएसए का एग्जांपल देखकर यूरोप के कई देश जो इससे पहले झिझक रहे थे यह भी इंडिया में बड़े स्केल पर इन्वेस्टमेंट करेंगे मैं आपको एक आईडिया देता हूं कनाडा का अभी जी आप सबको बता होगा कि निज्जर किलिंग को लेकर बड़ी कंट्रोवर्सी हुई इंडिया कनाडा के जो रिलेशंस हैं काफी खराब हो गए इसी बीच एक स्पेक्युलेटिंग है क्या यह लोग अपना पैसा इंडियन स्टॉक मार्केट से निकाल देंगे क्या यह हो जाएगा अंत में क्या हुआ नहीं निकाला क्योंकि इंडिया से पैसा निकाल कर कहां जाएंगे यह बात मैं एरोगेंस में नहीं कह रहा आपको आई मीन इंडिया इंडिया इज द फास्टेस्ट ग्रोइंग इकॉनमी इन द वर्ल्ड इंडिया से पैसा निकाल के कहां जाओगे आप चाइना में ग्रोथ कब मिलेगी आपको अफ्रीका में कुछ ग्रोथ है नहीं तो इस वक्त यूरोप बिल्कुल स्टैग्नेंट है जापान स्टैग्नेंट है लिटरली इंडिया इज योर ओनली ऑप्शन इसलिए चाहे कैनेडियंस को जितना भी गुस्सा इंडिया पे आया हो इनके पेंशन फंड ने इंडिया से पैसा नहीं निकाला और बाय द वे कैनेडियन पेंशन फंड का जो टोटल पैसा था इंडिया में निवेश ये 2 बिलियन डॉलर था तो अभी जो ये यूएसए की एंट्री है ना 3.6 बिलियन डॉलर्स की यह बस पहला कदम है यूएसए के पास अभी बहुत सारा फंड है जो यह और जगह से धीरे-धीरे निकाल रहे हैं यह सारा पैसा धीरे-धीरे इंडिया की स्टॉक मार्केट में ही इंजेक्ट कर देंगे और इससे ऑब् वियस इंडियन कंपनीज को काफी बेनिफिट होने वाला है इंडियन कंपनीज की जो वैल्यूएशन है यह बहुत ज्यादा उठ जाएगी और यह सब जो हम देख रहे हैं आज के समय इसके पीछे एक रीजन यह भी है प्रूवन ट्रैक रिकॉर्ड ऐसा नहीं है कि यह सब कुछ स्टॉक मार्केट कहां पे जाएगी आप अगर पिछले 10 साल का डाटा उठाकर देखें तो इंडियन स्टॉक मार्केट ने कन्विंसिंगली आउट परफॉर्म किया है चाइना को यूएस को और वेरियस और कंट्रीज को यहां पे आपके सामने एक चार्ट है आप देख पाएंगे जो इंडियन स्टॉक मार्केट है इसने ऑन एन एवरेज ऑलमोस्ट आप कह सकते हैं 11 पर का रिटर्न दिया है दैट इज क्वाइट अ लॉट जापान में आप देखो 10 साल के रिटर्न है 7.4 चाइना में आपको 10 साल के जो रिटर्न है आपको दिखेंगे 2.7 जी हां 2.7 क्योंकि पिछले 10 सालों में चाइना की इकॉनमी उतनी बिल्कुल भी ग्रो नहीं करी है जितनी लोगों की एक्सपेक्टेशन थी और इसलिए आप देख रहे हैं चाइना से लोग पुल आउट भी कर रहे हैं उसके अलावा हांगकांग को भी आप अगर देखो तो वहां पे -8 पर का रिटर्न आपको मिलेगा क्योंकि हांगकांग में रिसेंटली आपको पता होगा चाइना ने जो वहां पर फ्रीडम थी सब कुछ क्वेश कर दी थी उसके बाद बहुत सारे जो यूरोपियन फंड्स है उन्होंने हांगकांग से पैसा निकाला भी था तो यूएस मार्केट में आप अगर देखो तो ओवरऑल जो रिटर्न्स है 10 सालों में यह 6 पर के आसपास है तो इंडिया ने कन्विंसिंगली दुनिया को दिखाया है कि हम लोग आप आपको स्टेबल डबल डिजिट ग्रोथ आपको देंगे हां बिल्कुल आपको अगर मान लो वैसे फास्ट ग्रोथ देखनी है तो अफ्रीका का कोई छोटा सा देश होगा हो सकता है कि वोह 15 पर भी ग्रोथ दिखा दे आपको बट अगेन वो एक छोटा सा कंट्री होगा वहां पे स्टेबिलिटी का पता नहीं कल को कुछ प्रॉब्लम आ जाए वहां पर क हो जाए यू नेवर नो व्हाट विल हैपन इंडिया एक स्टेबल रॉक सॉलिड डेमोक्रेसी है और यहां पे नाना इसलिए आप देखोगे लगातार फंड्स आते ही रहेंगे फॉरेन इन्वेस्टर्स के तो अभी जो रीसेंट डेवलपमेंट हुई है ना इसका अगर हम ओवरऑल देखें तो सबसे ज्यादा फायदा किसको हुआ है कनाडा को उसके बाद इंडिया को जी हां कनाडियन इकॉनमी में भी यूएस निवेश करने वाला है उसके अलावा ताइवान में निवेश ये बढ़ाने वाले हैं साउथ कोरिया में ब्राजील में जापान इंटरेस्टिंग सबसे बड़ा लॉस फेस करेगा जापनी स्टॉक मार्केट्स बिल्कुल भी परफॉर्म नहीं कर रही तो यूएस जापान से पैसा निकाल रहा है हांगकांग से पैसा निकाल रहा है यूके से फ्रांस से स्विट्जरलैंड से जर्मनी से तो ऑलमोस्ट आप कह सकते हैं ट्रेंड नोट करना जो g7 कंट्रीज है ना वहां से पैसा निकाला जा रहा है और जो इमर्जिंग मार्केट्स है धीरे-धीरे पैसा वहां पर जा रहा है सो इट इज अ ग्रेट टाइम फॉर इंडिया और उम्मीद मैं यही करूंगा कि ना सिर्फ विदेशी निवेशक लॉन्ग टर्म की अगर मैं बात करूं 5 साल 10 साल इस टेनर में भारत के जो लोग हैं ना वो भी निवेश करके सिस्टेमेयर से निवेश करके रिटर्न्स एंजॉय करें अपनी जो क्वालिटी ऑफ लाइफ है इंप्रूव करें नहीं तो यह सारा पैसा अगर मान लो फॉरेनर्स कमा कर ले जाती हैं तो दैट इज नॉट अ वेरी गुड थिंग फॉर अस और और फाइनली यहां पे मैं आप लोगों से क्वेश्चन पूछूंगा क्वेश्चन यह है कि इंडिया ने रिसेंटली एक एमओयू मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग साइन किया है सेमीकंडक्टर्स पे विद व्हिच ब्लॉक ये है यहां पे आपकी ऑप्शंस g20 ब्रिक्स यूरोपियन यूनियन या फिर अफ्रीकन यूनियन कमेंट सेक्शन में करिए उत्तर जो लोग सही आंसर करेंगे कोशिश करूंगा कि उनकी कमेंट को मैं हार दे दूं अटेम्प्ट द क्वेश्चन एंड लेट्स सी कि कितने लोग सही आंसर कर पाएंगे और अनअकैडमी के देखिए ऑफर चल रहे हैं आज के समय ये जो ऑफर्स हैं इनको आप यूज़ कर सकते हैं टू गेट डिस्काउंट तो कमेंट सेक्शन में लिंक आपको मिल जाएंगे आप यहां पर कोर्स ओपन करके यू कैन यूज द कोड पी 10 और आपको डिस्काउंट मिल जाएगा और जो सेल्स टाइम टू टाइम आती रहती है इनका भी आप लाभ उठा पाएंगे सो दिस इज द एंड ऑफ़ द वीडियो थैंक्स फॉर लिसनिंग एंड एज ऑलवेज मे द गॉड्स वच ओवर यू

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