पीएम मोदी 2028 में विश्व नेताओं की मेजबानी करना चाहते हैं | G20 से भी बड़ा!!! COP28

पीएम मोदी 2028 में विश्व नेताओं की मेजबानी करना चाहते हैं | G20 से भी बड़ा!!! COP28

पीएम मोदी 2028 में विश्व नेताओं की मेजबानी करना चाहते हैं | G20 से भी बड़ा!!! COP28

 नमस्कार ए वेलकम ल वर्ल्ड अफेयर्स मैं हूं प्रशांत धवन नाउ 2028 में जी हां 2028 में पॉसिबिलिटी है कि भारत g20 से भी एक बड़ा समिट होस्ट करे दुनिया भर के वर्ल्ड लीडर्स भारत में आए और पीएम मोदी ने इसकी पिच दे दी है कप 28 में अभी रिसेंटली आपने देखा होगा दुनिया भर के वर्ल्ड लीडर्स इकट्ठा हुए हैं यूनाइटेड अरब एमिरेट्स में मैं आपको कुछ विजुअल्स इसके दिखाता हूं यहां पे आप देख पाएंगे पीएम मोदी मिल रहे हैं वेरियस प्रेसिडेंट से गयाना के प्रेसिडेंट उसके अलावा यहां पे आप देख पाएंगे इटली के जो प्रेसिडेंट हैं मिलोनी इनसे पीएम मोदी मिले हैं और यहां पे वेरियस इमेजेस इन्होंने पोस्ट करी है ब्राजील के प्रेसिडेंट से मिलते हुए इंडिया के पीएम यूके के प्राइम मिनिस्टर ऋषि सुनाक से मिलते हुए यहां पे आप देख पाएंगे यूके के आज के समय जो फॉरेन सेक्रेटरी हैं डेविड कैमरून जो एक टाइम पे यूके के पीएम थे आपको याद होगा डेविड कैमरून आज के समय यूके के आप कह सकते हैं वीरेश मंत्री हैं इनसे मिले पीएम मोदी और वेरियस वर्ल्ड लीडर से इनकी यहां पर मीटिंग हुई है अब एक क्वेश्चन यहां पे आपका आएगा जो बाइड सीजिंग पिंग इस मीटिंग में नहीं आए वेल इसका आंसर है नहीं आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते हैं कि ह्यूमैनिटी का क्या फ्यूचर होगा हमारी अर्थ का क्या फ्यूचर होगा जब क्लाइमेट चेंज के इशू को लेकर सबसे बड़ी मीटिंग होती है दुनिया की द कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टी साल में एक बार मीटिंग होती है इस मीटिंग में पूरी अर्थ के दो जो सबसे बड़े पोल्यूटेंट कंट्रीज हैं चाइना और यूएसए यही नहीं आए कितनी अजीब बात है अनफॉर्चूनेटली आपने देखा के बाइड या फिर शिजिन पिं के साथ पीएम मोदी की कोई फोटो सामने नहीं आई है अब एक क्वेश्चन यहां पे आप यह भी पूछ सकते हैं अच्छा वेट मैंने अभी कहा है कि क्लाइमेट चेंज से निपटने के लिए मीटिंग यहां पे होनी थी समिट होना था और यह समिट होस्ट कौन कर रहा है यूनाइटेड अरब एमिरेट्स एक ऐसा देश जो दुनिया भर में तेल बेचता है जी हां यह भी कम कॉमेडी नहीं है एक्चुअली इस समिट से पहले दुनिया भर के मीडिया ने प्राइमर बीबीसी ने यह रिपोर्ट किया था कि यूएई का असली प्लान पता है क्या था कि यह समिट होस्ट कर करेंगे कॉप 28 दुनिया भर के वर्ल्ड लीडर्स यहां पे आएंगे और इसी दौरान ना यह वर्ल्ड लीडर्स के साथ तेल बेचने की डील करेंगे किसको तेल लेना है किसको तेल लेना है यह देखिए हालत है आज के समय हमारी क्लाइमेट चेंज से जो फाइट चल रही है इसकी मेरे हिसाब से आप पर्सनली मुझसे पूछे ना जो भी टारगेट्स हैं हमारे क्लाइमेट चेंज के उसके अलावा प्रीवियस कॉप मीटिंग्स के मुझे लगता नहीं है कि ओवरऑल एज ए प्लेनेट हम इनको अचीव कर पाएंगे ग्लोबल एवरेज टेंपरेचर बढ़ता रहेगा और इसका रीजन सिंपली मैं आपको बता रहा हूं इंसान का लालच ग्रीड महात्मा गांधी जी की एक बहुत ही फेमस कोट है दुनिया में इतना खाना है कि हर किसी का पेट भर जाए मतलब जो बेसिक नीड है ना द वर्ल्ड हैज इनफ फॉर एवरीवनस नीड जरूरत है वो पूरी हो जाएगी बट द वर्ल्ड डज नॉट हैव इनफ फॉर इवन वन पर्सन ग्रीड लालच की जब बात आ जाती है ना तब दुनिया में सब कम पड़ जाएगा और मुझे यहां पे साफ-साफ दिख रहा है जो मेजर ऑयल एक्सपोर्टिंग कंट्रीज हैं वो लालच के चक्कर में कार्बन एमिशंस बढ़ाते रहेंगे दुनिया भर में और और ग्लोबल एवरेज टेंपरेचर भी साथ-साथ में बढ़ता रहेगा और अगर आप सोच रहे हैं कि इस बार की जो कॉप मीटिंग है बाय द वे कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज यह 28 वं है इससे पहले 27 कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज दुनिया भर के विभिन्न कंट्रीज में हो चुकी है ये मीटिंग्स इंपॉर्टेंट भी होती है काफी बार इन मीटिंग्स में अच्छे रिजल्ट भी सामने आए हैं मगर जो यह यूएई वाली है ना यह मैं कहूंगा अब तक का सबसे ज्यादा डिजास्टर्स कॉप मीटिंग मैं कहूंगा इसको दिस हैज बीन अ कंप्लीट डिजास्टर एक तरफ तो ये यूएई एक्सपोज हो गया तेल बेजने की कोशिश कर रहा था इस मीटिंग के दौरान दूसरी तरफ देखिए ग्रीड के इलावा ना ईगो गुस्सा जिओ पॉलिटिकल बेनिफिट्स ये भी क्लाइमेट चेंज की लड़ाई से ऊपर दिख रहे हैं हुआ देखिए क्या कि इस कॉप 28 समिट में ना दुनिया भर के लीडर्स को इनवाइट किया गया था पाकिस्तान के भी पीएम है ये जी-20 से भी बड़ा आप कह सकते हैं तो दुनिया भर के लीडर्स को इनवाइट किया गया ओबवियसली इजराइल का जो डेलिगेशन है वो भी आएगा ईरान के लीडर्स ने देखा अरे इजराइल को इनवाइट किया है इन्होंने इस बेसिस पर ना इजराइल के रीजन को सामने रखकर कह दिया हम इस पूरे समिट में पार्टिसिपेट ही नहीं करेंगे तो ईरान ने क्विट कर दिया यह पूरा का पूरा कॉप 28 समिट एक मेजर कंट्री है ईरान आज के समय सैंक्शन लगे हुए हैं मगर सैंक्शन से पहले बहुत ही बड़ा एक्सपोर्टर था एनर्जी का यह भी सैड बात है ईरान यहां से निकल गया और ऐसा नहीं है कि सैड यहां पे रुक जाती है एक क्वेश्चन आप ये भी पूछोगे इस पूरे समिट में कुछ कंस्ट्रक्टिव भी सामने आया होगा ना कुछ एक अच्छी न्यूज भी सामने आई होगी देखिए अच्छी न्यूज़ यही सामने आई है कि कॉप 28 में वेरियस कंट्रीज ने डिसाइड किया है कि एक लॉस एंड डैमेज फंड बनाया जाएगा यह अपने आप में कॉमेडी है इधर आप देख पाओगे लिखा हुआ है कि कॉप 28 समिट में ना लॉस एंड डैमेज फंड बनाया जाएगा अब यह सुन लो यह क्या है जैसे-जैसे ग्लोबल एवरेज टेंपरेचर बढ़ता रहेगा जो ओशन का तापमान है यह भी बढ़ेगा इससे क्या होगा साइक्लोन बनेंगे दुनिया भर में चाहे कहीं पर आप इसको टाइफून कह लीजिए कहीं पे कुछ और नाम से कह लीजिए जो यह भव्र हैं यह बढ़ते रहेंगे कंट्रीज को ये हिट करेंगे लाखों करोड़ों रुपए का लॉस होगा कई लोग मारे जाएंगे बाढ़ होगी कई जगह नदियां ओवरफ्लो करेगी फ्लड्स आएंगे लोग बेसिकली डिस्प्लेस होंगे दुनिया भर में कई लोग पीड़ा से गुजरेंगे तो इस सब के लिए ना यूएई ने कहा कि चलो एक लॉस एंड डैमेज फंड्स हम यहां पे बनाएंगे और इसमें सब कंट्रीज कंट्रीब्यूट कर सकते हैं अभी आईडिया अपने आप प इतना अजीब सा है कि बड़े-बड़े कंट्रीज ने ना अपने स्टेटस के हिसाब से पीनट्स कहते हैं ना मूंग फलिया दी है अमाउंट के लिए अ फॉर एग्जांपल यहां पे आप देख पाओगे यूएई ने खुद का है कि हम लोग 100 मिलियन डॉलर डालेंगे इस फंड में 100$ मिलियन डॉलर 800 करोड़ के आसपास यूएई जैसे कंट्री के हिसाब से बहुत कम है यूके ने और कम पैसा दिया यूके कहता है $5 मिलियन डॉलर्स हम देंगे यूएसए कहता है हम देंगे ओनली 24.5 मिलियन 25 मिलियन भी नहीं पता नहीं क्यों ये 24.5 मिलियन डॉलर्स यूएसए ने इस फंड के लिए किए हैं एलोकेट इवन दो यूएस दुनिया के लार्जेस्ट पोल्यूटर्स में से एक है अगर हम पॉपुलेशन बेसिस के हिसाब से देखें तो यूएस इज़ दी लार्जेस्ट पोल्यूटर इन दी एनटायर वर्ल्ड यूक्रेन के लिए इजराइल के लिए इनके पास बिलियंस ऑफ़ डॉलर्स के फंड अवेलेबल है मगर जो कंट्रीज बुरी तरीके से इंपैक्ट फील करेंगी क्लाइमेट चेंज का क्योंकि तेल की जो डील्स हैं यह तो होकी रहेगी यह तो रुकने वाली है नहीं तो उसके बाद जो क्लाइमेट चेंज का इंपैक्ट आएगा ना उस टाइम कोई मान लो गरीब देश है अफ्रीका का उसको जो पैसे देने होंगे वहां पे इन्होंने जेब खुल के दिखा दी है कि इतना ही है 24.5 मिलियन डॉलर्स जापान ने और कम 10 मिलियन डॉलर जर्मनी ने बोला है कि ओवर द इयर्स लंबे समय में 100 मिलियन के आसपास हम देंगे बट जर्मनी का एक ट्रैक रिकॉर्ड है अनाउंसमेंट यह कर देते हैं कुछ देते हैं नहीं तो देखिए क्लाइमेट चेंज के अगेंस्ट जो जंग है यह आसान होगी नहीं और कहीं ना कहीं दुनिया को ना लीडिंग कंट्रीज चाहिए होंगी जो बाकी दुनिया को एक सही रास्ते पर लेकर आए इंडिया के पास अपॉर्चुनिटी है यह सब करने देखो अभी जो यह कॉप 28 है यह तो हो गया जी यूएई में इसके बाद जो अगला कॉप है यह यूरोपियन किसी कंट्री में होगा ईस्टर्न यूरोपियन कंट्री देखना होगा कौन सा देश होगा हो सकता है लाटविया लिथु एनिया य या इवन पोलैंड भी हो सकता है देखना होगा फिर उसके बाद यह समिट होगा ब्राजील में उसके बाद मोस्ट प्रोबेबली ऑस्ट्रेलिया या न्यूजीलैंड में होगा यह समिट फिर उसके बाद ना 2028 में पीएम मोदी ने कहा है कि कॉप 33 अभी 28 चल रहा है कॉप 33 जो होगा 2028 में हम होस्ट करेंगे इंडिया होस्ट करने को तैयार होगा उस वक्त तक इंडिया मोस्ट प्रोबेबली मेरे हिसाब से इंडिया दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन चुका होगा या बिल्कुल बनने की कगार पे होगा इंडिया का स्टैचर दुनिया में और ज्यारा बड़ा होगा आई थिंक इट विल बी अ ग्रेट टाइम फॉर इंडिया टू होस्ट दिस समिट और मैं आपको बता दूं यह समिट g20 से भी बड़ा होता है स्कोप में क्योंकि g20 में गिनती के 20 देश आते हैं यहां पर दुनिया भर के देश आते हैं यहां पे इजराइल के लीडर फिलिस्तीन के लीडर सीरिया यूरोपियन कंट्रीज ब्राजील आई मीन एवरीवन क्लाइमेट चेंज पूरे प्लानेट को इंपैक्ट करेगा तो पूरे प्लानेट के लीडर्स आएंगे तो यह जो समिट होगा मैं कहूंगा बहुत ही ज्यादा ऐतिहासिक होगा और पीएम मोदी ने प्रपोज कर दिया है कि इंडिया होस्ट करने को तैयार है यह समिट मोस्ट प्रोबेबली मोस्ट प्रोबेबली इंडिया को राइट्स मिल जाएंगे यह समिट होस्ट करने के और अभी देखिए यह समिट चल रहा है बहुत सी डेवलपमेंट्स होंगी हालांकि मुझे कुछ उम्मीद है नहीं कि कुछ मेजर अनाउंसमेंट यहां से आएगी हो सकता है कि सऊदी अरेबिया कुछ एक अनाउंसमेंट कर दे कि इतने साल बाद 1015 साल बाद हम इतने बिलियन डालेंगे अ क्लीन एनर्जी के लिए वह होता है ऐसे कंट्रीज काफी बार एक मेजर अनाउंसमेंट कर देते हैं समिट के एंड में मगर ग्राउंड लेवल पर उसके बाद कुछ होता नहीं है तो मैक्सिमम मैं यही कहूंगा यह जो लॉस एंड डैमेज फंड बन गया है इससे एटलीस्ट जो गरीब देश हैं जिन पर बुरा इंपैक्ट होगा क्लाइमेट चेंज का उनको कुछ तो हेल्प मिलेगी एटलीस्ट मैं कहूंगा कुछ तो पैसा मिलेगा हालांकि जो हम कर रहे हैं ओवरऑल प्लानेट के साथ जो लीडर्स आपस में अपनी ईगो की वजह से अपने एजेंडा की वजह से ऐसी मीटिंग्स को अटेंड नहीं कर रहे कंट्रीज पुल आउट कर रही हैं क्योंकि जी इजराइल यहां यहां पे था इट इज सैड ओवरऑल यह समिट को देखकर मुझे काफी खराब लगा है खैर अ फाइनली मैं आपसे पूछूंगा एक क्वेश्चन भारत का टारगेट है कि भारत एक नेट कार्बन जीरो एमिशन कंट्री बन जाएगा किस साल तक यह है यहां पे आपकी ऑप्शंस 2030 2050 2060 या फिर 2070 कमेंट सेक्शन में करिए उत्तर बहुत बार इसके बारे में आपको बता चुका हूं आपको इसके बारे में पता होना चाहिए तो आंसर इन द कमेंट सेक्शन बिलो जो लोग सही आंसर करेंगे कोशिश करूंगा कि उनकी कमेंट को मैं हार्ट दे दूं ताकि बाकी लोग समझ पाए कि सही उत्तर क्या है और अनअकैडमी के देखिए ऑफर चल रहे हैं आज के समय यह जो ऑफर्स है इनको आप यूज कर सकते हैं टू गेट डिस्काउंट तो कमेंट सेक्शन में लिंक आपको मिल जाएंगे आप यहां पर कोर्स ओपन करके यू कैन यूज द कोड पी 10 और आपको डिस्काउंट मिल जाएगा और जो सेल्स टाइम टू टाइम आती रहती है इनका भी आप लाभ उठा पाएंगे सो दिस इज द एंड ऑफ़ द वीडियो थैंक्स फॉर लिसनिंग एंड एज ऑलवेज मे द गॉड्स वच ओवर यू ब

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