क्या अमेरिका चीन पर यात्रा प्रतिबंध लगाएगा? भारत को क्या करना चाहिए? प्रशांत धवन द्वारा
हेलो एंड आई वेलकम य लू वर्ल्ड अफेयर्स मैं हूं प्रशांत धवन नाउ यहां पे आप लोग बिल्कुल ठीक पढ़ रहे हैं कई अमेरिकन मेंबर ऑफ पार्लियामेंट अब यह कह रहे हैं जो वाइडन को कि प्लीज चाइना पर एक ट्रेवल बैन लगा दीजिए जो बीमारी चाइना में फैल रही है उसके बारे में हमें डिटेल्स में पता है नहीं कि रियलिटी क्या है क्योंकि चाइना की देखिए सबसे बड़ी प्रॉब्लम यही है कोई प्रॉपर मीडिया नहीं है कोई मीडिया के सोर्सेस फ्री नहीं है वहां पर गवर्नमेंट सब कुछ कंट्रोल करती है तो अभी जो वीडियोस जो फुटेज आ रही है चाइना से कि कई लोग बीमार हो चुके हैं लंग्स की बीमारी फिर से चाइना में फैल रही है यह सब देखते हुए कई सेनेटर जो हैं यूएस में यह बाइड को कह रहे हैं कि प्लीज इंपोज ए ट्रैवल बैन ऑन चाइना क्योंकि लास्ट टाइम आपको पता होगा कोविड-19 में यूएसए ने सबसे बड़ी गलती यही हुई थी टाइम पर चाइना पे ट्रेवल बैन इंपोज नहीं किया और बाद में पूरे यूएसए में कोविड फैल गया था और इसलिए यहां पे आप देख पा रहे हैं कई अमेरिकन सेनेटर्स कह रहे हैं वी शुड नॉट वेट फॉर द सेम थिंग दैट हैपेंड इन 2019 जल्द से जल्द हमें चाइना पर ट्रेवल बैन इंपोज कर देना चाहिए नाउ एक बार मैं आपको बता देता हूं कि 2019 में क्या हुआ था और क्यों अमेरिकंस आज के समय पैनिक कर रहे हैं 2019 में यूएसए के प्रेसिडेंट थे डोनाल्ड ट्रंप नाउ ट्रंप को जैसे ही न्यूज़ इनिशियली मिली कि चाइना में कोई ये अजीब सी बीमारी फैल रही है लोग बीमार हो रहे हैं हॉस्पिटल्स में बहुत ज्यादा क्राउड है ट्रंप समझ गए थे कि कुछ बड़ी ही बीमारी फैल गई है और ट्रंप ने प्लान बनाने स्टार्ट कर दिए थे कि चाइना पर एक ट्रेवल बैन इंपोज किया जाएगा मगर उस टाइम क्या हुआ था कि जो बाइड जो प्रेसिडेंट की कुर्सी के लिए कैंपेन अपना चला रहे थे जो बाइडर ने ट्रंप पे आरोप लगाना स्टार्ट कर दिया कि ट्रंप है जी रेसिस्ट ये जेनोफोबिया को प्रमोट कर रहे हैं एशियंस के अगेंस्ट हेड को प्रमोट कर रहे हैं क्योंकि पूरे चाइना पर एक ट्रैवल बैन लगाना बिल्कुल गलत है इससे देखिए लोगों को एक गलत मैसेज जाएगा अब जो भी आप कह लीजिए ट्रंप पर कहीं ना कहीं प्रेशर आया इन स्टेटमेंट्स का और इसलिए ट्रंप ने जो चाइना पर ट्रेवल बैन लगाया ना यह थोड़ा सा लेट लगाया था नहीं तो वैसे ये ल वन काफी पहले लगा देते तो कई अमेरिकंस की जान हो सकता है बच जाती जिस लेवल पर कोविड फैल गया था पूरे यूएस में कितने लोग मारे गए हो सकता है कि उतनी डिस्ट्रक्शन ना होती और यह बात भी आप सबको पता है कि कोविड-19 का एक बहुत ही बड़ा इंपैक्ट आया था 2020 के चुनावों में पहली बात तो जो चुनाव है वो बैलेट बॉक्स से हुए थे लोग जो वोटिंग स्टेशंस है वहां पर गए नहीं थे सब कुछ चेंज हो गया था और इस बार भी अगेन मैं आपको कहूंगा टाइमिंग इज द मेन थिंग टाइमिंग इतनी अजीब है ना मैं आपको बता नहीं सकता 2 24 एक इतना इंपॉर्टेंट साल होगा भारत और यूएस दोनों के लिए इंडिया और यूएस आप कह सकते हैं दो मेन स्ट्रांग पिलर्स हैं जो चाइना की डोमिनेंस को रोक कर बैठे हैं और दोनों ही कंट्रीज में 2024 में चुनाव होंगे जैसे आप लोग जानते हैं भारत में जो चुनाव है यह गर्मी में ही हो जाएंगे उसके बाद नवंबर दिसंबर में हम देखेंगे कि यूएस में चुनाव होने हैं तो अचानक से ऐसे टाइम में यह जो रेस्पिरेटरी इलनेस फैल रही है चाइना में और चाइना की सरकार से आप पूछो तो भाई इनका घूम फिर के वही जवाब होता है कि कोई नया इफेक्स डिजीज हमको नहीं मिला गल इे डग आकम रिपो हस्प ओवरवे स चन क्ला नर्ज ऑ सस्पें एंड सपि अरिटी ंग अप द एपिडेमिक इफ ट ल एंड ड बिनेस इना एर न ना मिनि स्न ना प्रॉब्लम देखिए यही है चाइना के साथ ना ट्रस्ट डेफिसिट बहुत ज्यादा है मतलब लोग यकीन नहीं करते चाइना की सरकार के मुह से जो भी बात आ रही है क्योंकि सबसे बड़ी प्रॉब्लम भी है कि शी जिंग पिंग ने अपने अंडर सीएनए बीबीसी वेस्टर्न न्यूज़ आउटलेट्स को निकाल दिया है अपने देश से रीजन यही है उनका कि वो कह रहे हैं कि जी एंटी चाइना रिपोर्टिंग करते हैं ये हम इसको बर्दाश्त नहीं करेंगे तो हम इनको निकाल रहे हैं तो आज के समय ना फॉरेन मीडिया के नाम पर चाइना में कुछ है नहीं चाइना ने जैसे आप लोग पता होगा इंडियन मीडिया को भी काफी हद तक निकाल दिया है इंडियन मीडिया भी इतना बचा नहीं है चाइना में तो जो भी इमेजेस आ रही है वो सोशल मीडिया के थ्रू थोड़ी बहुत इमेजेस आ रही हैं चाइना का सोशल मीडिया भी कंट्रोल्ड है तो हमें कुछ प्रॉपर आईडिया है नहीं कि चाइना में हो क्या रहा है इस वक्त कौन सी बीमारी है जो रैपिड फैल रही है इस विंटर सीजन में और जैसे कि आप लोग जानते हैं चाइना और यूएसए के जो ट्रेड रिलेशंस हैं दे आर नॉर्मसिंव है यह मल्टी बिलियन डॉलर्स का ट्रेड है कई गुना बड़ा है कंपेयर टू यूएस इंडिया ट्रेड तो बहुत से लोग हैं जो चाइना से यूएस में जाते हैं और यूएसए में भी देखा जा रहा है कि नक से ना एक नए टाइप की बीमारी आ रही है जो बहुत हद तक सिमिलर है उस बीमारी के जो चाइना में देखी जा रही है यूएसए में इस बीमारी को कहा जा रहा है द वाइट लंग सिंड्रोम नाउ अगेन जो ये वाइट लंग सिंड्रोम है क्या ये डायरेक्टली रिलेटेड है टू चाइना डिजीज इसके बारे में कोई कंफर्मेशन है नहीं जो अभी डिजीज एक्सपर्ट्स हैं इसको स्टडी कर रहे हैं जो भी इनके पास सैंपल्स आ रहे हैं उसकी जांच पड़ताल चल रही है बट एक अजीब सा कोइंसिडेंस है कि पहले चाइना में रिपोर्ट किए जाते हैं केसेस उसके बाद यूएस डेनमार्क कई वेस्टर्न कंट्रीज में भी यह वाइट लंग सिंड्रोम बहुत ही तेजी से फैल रहा है और अगर हम बात करें इंडिया की तो अभी के लिए जो हमारी हेल्थ मिनिस्ट्री है उन्होंने यह कहा है कि जो भी निमोनिया के केसेस आ रहे हैं चाइना में इनका इंपैक्ट इंडिया में अभी तक तो लग रहा है कि लो रिस्क वाली कैटेगरी में हम रखेंगे इसको अभी के लिए फॉर द टाइम बीइंग और साथ ही साथ इन्होंने यह भी कहा है कि इंडिया प्रॉपर्ली प्रिपेयर्ड है फॉर एनी काइंड ऑफ पब्लिक हेल्थ एक्जेंज कुछ भी होता है तो सरकार उसको झेल लेगी उसको अ प्रॉपर्ली मैनेज किया जाएगा साथ ही साथ भारत में जो विभिन्न राज्य हैं उनके स्टेट हेल्थ डिपार्टमेंट इस वक्त अलर्ट में है क्योंकि अगेन मैं रिपीट करूंगा यह मजबूरी है कि चाइना का जो सिस्टम है गवर्नेंस का यह इतना ज्यादा ओपेक है ओपेक मतलब कि जिसके आर पर आप देख नहीं सकते जो ट्रांसपेरेंट नहीं है तो य यह एक अनफॉर्चूनेटली जो प्रिपरेशन है यह बढ़ा ही सकते हैं बट यहां पे मैं आपसे पूछना चाहूंगा आप लोगों के हिसाब से जो फ्लाइट्स हैं फ्रॉम चाइना टू यूएस या बाकी वेस्टर्न कंट्रीज में क्या यहां पर ट्रेवल बैन इंपोज करने की आवश्यकता है इंडिया चाइना के बीच में टू बी ऑनेस्ट इतनी फ्लाइट्स होती नहीं है आई मीन दोनों कंट्रीज का जो ट्रेड है यह जदाता इंपोर्ट बेस्ड ही है जहां पे इंडिया इंपोर्ट करता है फ्रॉम चाइना ये ऑर्डर जदाता ऑनलाइन दिए जाते हैं तो ऐसा नहीं है कि बिजनेसेस होते हैं यू नो बहुत ज्यादा ट्रेवल किया जाता है इंडिया चाइना की फ्लाइट्स इतनी ज्यादा है नहीं तो मुझे पता नहीं कि इंडिया को यह करने की आवश्यकता है इमीडिएट मगर सिंस चाइना का बहुत ज्यादा एक यू नो पीपल टू पीपल कनेक्शन है वेस्ट में यूएस में तो कहीं ना कहीं इनको विचार करना होगा कि क्या यह रिस्क लेंगे क्या यह कोविड-19 के बाद फिर से रिस्क लेंगे और चाइना पे जो ट्रेवल बैन है यह नहीं इंपोज करेंगे बस इस बिलीव से कि जो यह रेस्पिरेटरी इलनेस है यह कुछ ज्यादा सीरियस नहीं है बस इसके कुछ ही केसेस आएंगे यह ज्यादा फैले गी नहीं तो देखना होगा यहां पर मैं जानना चाहूंगा आपका ओपिनियन वैसे आपके हिसाब से क्या चाइना पर यह ट्रेवल बैन इंपोज करना चाहिए या फिर आप मानते हैं टू अर्ली अभी इतना डैमेज देख नहीं नहीं रहा तो अभी के लिए यह करने की कोई आवश्यकता नहीं लग रही और अनअकैडमी के देखिए ऑफर चल रहे हैं आज के समय यह जो ऑफर्स है इनको आप यूज कर सकते हैं टू गेट डिस्काउंट तो कमेंट सेक्शन में लिंक आपको मिल जाएंगे आप यहां पर कोर्स ओपन करके यू कैन यूज द कोड पी 10 और आपको डिस्काउंट मिल जाएगा और जो सेल्स टाइम टू टाइम आती रहती है इनका भी आप लाभ उठा पाएंगे सो दिस इज द एंड ऑफ द वीडियो थैंक्स फॉर लिसनिंग एंड एज ऑलवेज मे द गड्स वच ओवर यू ब
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